Posts

Showing posts with the label Poetry

It’s just a Bend, not the End..!

Image
Beautiful words Written by Sophia Loren (Actress at 86) " When I got enough confidence, the stage was gone…..  When I was sure of Losing, I won…….  When I needed People the most, they Left me…….  When I learnt to dry my Tears, I found a shoulder to Cry on……  When I mastered the Skill of Hating, Someone started Loving me from the core of the Heart……  And, while waiting for Light for Hours when I fell asleep, the Sun came out…..  That’s LIFE!!  No matter what you Plan, you never know what Life has Planned for you……  Success introduces you to the World…….  But Failure introduces the World to you…….  ……Always be #Happy!!  Often when we lose Hope and think this is the end…  God smiles from above and says,  “Relax Sweetheart; It’s just a Bend, not the End..!"..

देखना उनका कनखियों से

Image
देखना उनका कनखियों से इधर देखा किये अपनी आह-ए-कम-असर का हम-असर देखा किये लम्हा लम्हा वक़्त का सैलाब चढ़ता ही गया रफ़्ता रफ़्ता डूबता हम अपना घर देखा किये कोई क्या जाने के कैसे हम भरी बरसात में नज़र-ए-आतिश अपने ही दिल का नगर देखा किये सुन के वो 'शहज़ाद' के अशआर सर धुनता रहा थाम कर हम दोनों हाथों से जिगर देखा किये Farhat Sehzaad

मगर कहना उसे

Image
कोंपलें फिर फूट आईं शाख़ पर कहना उसे वो न समझा है न समझेगा मगर कहना उसे वक़्त का तूफ़ान हर इक शय बहा कर ले गया इतनी तन्हा हो गई है रहगुज़र कहना उसे जा रहा है छोड़ कर तन्हा मुझे जिसके लिये चैन न दे पायेगा वो सीम-ओ-ज़र कहना उसे रिस रहा हो ख़ून दिल से लब मगर हँसते रहे कर गया बरबाद मुझको ये हुनर कहना उसे जिसने ज़ख़्मों से मेरा '#शहज़ाद' सीना भर दिया मुस्करा कर आज प्यारे चारागर कहना उसे Farhat Sehzaad

हम ने भी देखी है दुनिया ---- -मोहसिन ज़ैद

कोई दीवार न दर जानते हैं  हम इसी दश्त को घर जानते हैं  जान कर चुप हैं वगरना हम भी  बात करने का हुनर जानते हैं  ये मुहिम हदिया-ए-सर माँगती है  इस में है जाँ का ख़तर जानते हैं  लद गई शाख़-ए-लहू फूलों से  आएँगे अब के समर जानते हैं  जान जानी है तो जाएगी ज़रूर  हम दुआओं का असर जानते हैं  कौन है ताबा-ए-मोहमल किस का  किस का है किस पे असर जानते हैं  लोग उसे मस्लहतन कुछ न कहें  उस की औक़ात मगर जानते हैं  रात किस किस के उड़े हैं पुर्ज़े  शहर में क्या है ख़बर जानते हैं  रात काटे नहीं कटती है मगर  रात है ता-ब-सहर जानते हैं  हम ने भी देखी है दुनिया   है किधर किस की नज़र जानते हैं सब   

SHARE YOUR VIEWS

Name

Email *

Message *