कांग्रेस में लठमलठा जारी
कांग्रेस में लठमलठा जारी , जनता के परवाह के लिए वक़्त किसे !परिवारवाद को सलाम करते-करते आज कांग्रेस अपने अंत के कगार पर है. इंतज़ार कर रही है कांग्रेस अपने नेता के समझदार होने का। जो जितनी जी हज़ूरी करेगा आलाकमान की उतना हे हक़दार होगा मलाई खाने का यानी कि सत्ता की चौधर का। जिसकी उम्मीद और इंतज़ार में साइकिल और रथ का मैच होता रहता है। अब तो जो कभी अपने हल्के में नहीं गए अपनी नज़दीकियों को ढाल बना अपना दावा ठोक रहे हैं। वाह रे कांग्रेस ! न किसीपद की गरिमा रखी , न जनता का सम्मान ,केवल जूतमपैज़ार वो भी चौधर के लिए। .. हर राज्य में यही कहानी। जनता सब देख रही है - उनकी सत्ता के लिये छ्टपटाहट ,अवसरवादिता और व्यक्तिगत लाभ की राजनीति।